
सूरसागर सीट से कांग्रेस ने अभी तक घोषित नहीं किया अपना प्रत्याशी, लेकिन बीजेपी ने दिया टिकट
2008 से अब तक सूर्यकांता व्यास इस सीट से जीतती रही हैं चुनाव
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह चुके हैं कि राजनीति में जो होता है, वह दिखाई नहीं देता है और जो दिखाई देता है, वह अक्सर होता नहीं है। चुनावी मौसम में इन दिनों कुछ ऐसे ही नजारे देखे जा रहे हैं। बीते दिवस सीएम गहलोत जोधपुर स्थित रावण का चबूतरा में सूर्यकांता व्यास से मिले। करीब आधा घंटे तक दोनों में कानाफूसी हुई। इस गोपनीय मुलाकात ने सियासी गलियारों में नई चर्चाएं छेड़ दी हैं।
कांग्रेस ने अभी तक जोधपुर की सूरसागर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सूर्यकांता व्यास की मुलाकात के बाद कांग्रेस यहां चौंकाने वाला फैसला कर सकती है। अगर सूर्यकांता व्यास राजी हुई तो कांग्रेस उन्हें प्रत्याशी घोषित कर सकती है। ऐसा हुआ तो भाजपा का गढ़ रही सूरसागर सीट ढह सकती है। सूरसागर सीट का गठन 2008 के विधानसभा चुनाव से पहले हुआ था। तब से अब तक सूर्यकांता व्यास इस सीट से चुनाव जीतती रही हैं।
