



हर वर्ष 31 अगस्त को मनाया जाएगा विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघुमन्तू जनजाति दिवस
गहलोत ने हर वर्ष 31 अगस्त को विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघुमन्तू जनजाति दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछड़े वर्गों द्वारा अपने उत्थान के लिए सरकार से संबल प्राप्त करना उनका हक है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर बल देने एवं एकजुटता से ही वंचित समाजों की प्रगति संभव है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपने बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री टीकाराम जूली ने कहा कि जन्मजात हुनर वाले विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघुमन्तू समुदाय के लोगों के कल्याण के लिए राज्य सरकार लगातार फैसले ले रही है। समुदाय के विद्यार्थियों हेतु प्रदेश में 2 हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। राज्य विमुक्त, घुमन्तू, अर्द्ध घुमन्तू बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला योगी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा डीएनटी समुदाय के लिए गांवों में 150 वर्गगज एवं शहरों में 50 वर्गगज तक के पट्टों का निःशुल्क आवंटन किया गया है। उन्होंने गुरू गोरखनाथ बोर्ड के गठन पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री राजेश लिलोथिया ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में डीएनटी समुदाय के लोगों ने सूचनाएं एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का कार्य किया। राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से समाज के लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भजन लाल जाटव, राज्य विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघुमन्तू बोर्ड उपाध्यक्ष श्री चतराराम देशबंधु, वंश लेखक अकादमी के अध्यक्ष श्री राम सिंह राव, सामाजिक कल्याण एवं अधिकारिता विभाग के सचिव श्री समित शर्मा, श्री शंकर यादव, श्री राजकुमार सहित बड़ी संख्या में डीएनटी समाज के लोग उपस्थित थे।