



खिरखिड़ी में तालाब में डूबने से हुई तीन किशोरों की मौत, भैंसों को पानी पिलाने के दौरान हुआ हादसा,
मचा कोहराम
राजस्थान एक्सप्रेस न्यूज़|टोडाभीम.कैलाश सत्तावन
टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के ग्राम खिड़खिड़ी में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल घासीराम बाबा मंदिर के पास स्थित तालाब में तीन किशोर डूब गए। मंदिर में दर्शन करने आए लोगों की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने तालाब में डूबे हुए तीनों किशोरों को पानी से बाहर निकाला और उपचार के लिए टोडाभीम के राजकीय अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए। वहीं तीनों बालकों की मौत से उनके परिवार जनों का रो-रोकर बुरा हाल है घरों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर दोनों गांवों में शोक की लहर छा गई जिसके चलते दोनों गांवों में किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला। प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 अगस्त रविवार को सुबह कक्षा 12 में अध्यनरत 16 वर्षीय छात्र रिंकू बैरवा पुत्र भागचंद बैरवा निवासी खिड़खिड़ी भैंसों को पानी पिलाने के लिए घासीराम बाबा मंदिर के पास स्थित तालाब पर गया था। जहां भैंसों को पानी पिलाने के दौरान अचानक रिंकू का पैर फिसल गया और वह तालाब के पानी में डूबने लगा। रिंकू को डूबता देख घासीराम बाबा के दर्शन करने आए 15 वर्षीय छात्र योगेश बैरवा पुत्र रमेश बैरवा एवं 16 वर्षीय छात्र मनोज बैरवा पुत्र हुकुमचंद बैरवा निवासी पाडली खुर्द रिंकू को बचाने के लिए तालाब में कूद गए। जिससे वे दोनों भी तालाब में डूब गए। तीनों को डूबता देख मंदिर में दर्शन करने आए अन्य बच्चों ने घटना की सूचना गांव वालों को दी। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने तीनों छात्रों को तालाब से बाहर निकाला और उपचार के लिए टोडाभीम अस्पताल लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। उक्त मामले को लेकर मृतक छात्र रिंकू के चचेरे भाई मनीष पुत्र विजय सिंह बैरवा के द्वारा स्थानीय पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। तीन बच्चों के एक साथ डूबने एवं डूबने से मृत्यु होने से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। वहीं तीनों मृतकों के परिवार में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में किसी के भी घर चूल्हा तक नहीं जला है। उक्त घटना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा मृतकों के परिवारजनों को सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाया है।