



बसपा प्रत्याशी रविन्द्र मीना बने हमदर्द, चार बच्चों की पढ़ाई की ली जिम्मेदारी

करौली। बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी एडवोकेट रविन्द्र मीना एक बार फिर चार बच्चों के लिए हमदर्द बने हैं। इन बच्चों के पिता का गत दिनों कैंसर बीमारी से निधन हो गया था। एडवोकेट रविन्द्र मीना ने इन चार बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली है। इसके साथ बच्चों की मां मुकेश बाई जाटव को 51 हजार रुपए की नगद सहायता प्रदान करने के साथ 5 हजार रुपए की मासिक पेंशन भी शुरू की है।
कोसरा गांव की जाटव बस्ती निवासी बत्तीलाल जाटव (35) का गत दिनों कैंसर बीमारी से पीड़ित होने पर निधन हो गया था। वे अपने पीछे पत्नी मुकेश बाई जाटव के साथ तीन मासूम पुत्रियों लक्ष्मी, ज्योति, बुलबुल और एक पुत्र नितिन को छोड़ गए। परिवार की आर्थिक हालत अत्यंत कमजोर होने की सूचना मिलने पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी एडवोकेट रविन्द्र मीना शनिवार को कोसरा गांव की जाटव बस्ती पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी विजय बैरवा, मुख्य जिला प्रभारी दौलत सिंह, शिव सिंह, जिलाध्यक्ष जमनालाल जाटव, श्याम बौद्ध कोटवास, प्रवक्ता ओमप्रकाश चौधरी, कोषाध्यक्ष ज्ञानसिंह जादौन, कार्यालय सचिव नरेंद्र सिंह सहित दीपपुरा के मनोहरी पटेल, रामकिशोर, बाबूलाल, सुमेर सिंह बझेड़ा कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।
बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी एडवोकेट रविन्द्र मीना ने मृतक बत्तीलाल जाटव की पत्नी मुकेश बाई जाटव को ढांढस बंधाया। बेटे नितिन को गोदी में लेकर दुलार किया और बिटिया लक्ष्मी, ज्योति और बुलबुल को पढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आएगी। रविन्द्र मीना ने चारों बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली और उनकी मां मुकेश बाई जाटव को 51 हजार रुपए की नगद सहायता देने के साथ चारों बच्चों और मुकेश बाई के लिए 5 हजार रुपए मासिक पेंशन भी स्वीकृत करते हुए अपनी ओर से स्वीकृत करते हुए पेंशन के 5 हजार रुपए भी प्रदान की। इस दौरान गांव के भरोसी गोठिया, सुरेश चेतराम आदि पंच पटेलों ने बसपा प्रत्याशी एडवोकेट रविन्द्र मीना का आभार व्यक्त किया।