



निष्पक्ष रूप से कार्य करे केन्द्रीय जांच एजेन्सियां—
गहलोत ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में तानाशाही रवैया उचित नहीं है। केन्द्रीय जांच एजेंसियों को निष्पक्ष रूप से कार्य करना चाहिए। वर्तमान केन्द्र सरकार को पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, सूचना एवं रोजगार के अधिकारों की तर्ज पर सामाजिक सुरक्षा का अधिकार कानून बनाकर आमजन को देना चाहिए। साथ ही, प्रदेश के 13 जिलों में पेयजल एवं सिंचाई जल आपूर्ति हेतु महत्वपूर्ण पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को केन्द्रीय परियोजना का दर्जा देना चाहिए।
श्रीमती प्रियंका गांधी ने राजस्थानी भाषा में अभिवादन करते हुए कहा कि राजस्थान वीरता एवं अपणायत की धरती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन जनसेवा को समर्पित किया। उनके सिद्धांतों ने देश की राजनीति को प्रेरित किया। प्रदेश सरकार भी जनसेवा के पथ पर चलते हुए हर वर्ग को लाभान्वित करने एवं महंगाई से राहत देने का कार्य कर रही है। निःशुल्क स्मार्टफोन मय इन्टरनेट, 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, निःशुल्क अन्नपूर्णा किट, महंगाई राहत कैंप, महंगे इलाज से राहत मिलने से राज्य में आमजन का जीवन सुगम हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1 करोड़ से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य हो गया है। जनता से अर्जित राजस्व को जनता पर खर्च करना एक लोकतांत्रिक सरकार का दायित्व है। सरकार की नीतियां सत्ता-केन्द्रित नहीं होकर जनकेन्द्रित होनी चाहिए।
इस दौरान श्रीमती प्रियंका गांधी ने राजीविका से जुड़ी महिलाओं से चर्चा कर उनके स्वयं सहायता समूहों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं द्वारा तैयार किए उत्पादों की सराहना की। इससे पहले श्री अशोक गहलोत एवं श्रीमती प्रियंका गांधी ने इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना, महंगाई राहत शिविरों, इंदिरा रसोई के लाभार्थियों से संवाद किया। साथ ही, उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर स्थित विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने लाभार्थियों को स्कूटी वितरण भी किया।
इस अवसर पर इंदिरा रसोई योजना से संबंधित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के समापन पर निवाई विधायक श्री प्रशांत बैरवा ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत एवं श्रीमती प्रियंका गांधी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, श्री लालचंद कटारिया, डॉ. महेश जोशी, श्री रमेश चंद मीणा, श्री भजनलाल जाटव, श्री गोविंद राम मेघवाल, श्रीमती शकुंतला रावत, श्री शाले मोहम्मद, राज्यमंत्री श्री मुरारीलाल मीणा, पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट, पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री पंजाब श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेहाना रियाज चिश्ती, विधायक श्री बाबूलाल नागर, श्री रफीक खान, श्री हरीश मीणा, श्रीमती इंद्रा मीणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज श्री अभय कुमार, शासन सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती मंजू राजपाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं आमजन उपस्थित थे।