




टोडाभीम। करीरी-गाजीपुर के भैरोबाबा के वार्षिक मेले के अवसर पर आयोजित कुश्ती दंगल में ईआरसीपी को लेकर भाजपा नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और किसान नेता रामनिवास मीना के बीच अखाड़ा सज गया। दोनों नेताओं ने जुबानी जंग में ईआरसीपी के मुद्दे पर जमकर दांवपेच दिखाए। इस जंग का दंगल में मौजूद एक लाख से ज्यादा लोग साक्षी बने।
कुश्ती दंगल में ईआरसीपी पर किसान नेता रामनिवास मीना और भाजपा नेता डाॅ. किरोडी लाल मीना के बीच मंच से खुली चर्चा हुई। ईआरसीपी की स्वीकृति के लिए कार्य कर रहे लोगों को डाॅ. किरोडी लाल मीना ने बरसाती मेंढक कहा और यह भी कहा कि ईआरसीपी को मंजूरी दिलवानी हैं तो सभी नेताओं को उनके नेतृत्व में कार्य करना होगा। इस पर किसान नेता रामनिवास मीना ने प्रतिरोध करते हुए कहा कि ईआरसीपी के लिए कार्य कर रहे किसानों को अपशब्द बोलना ठीक नहीं है। ईआरसीपी पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह पूर्वी राजस्थान के लोगों के जीवन से जुडी परियोजना है।
दरअसल कुश्ती दंगल में शाम 4 बजे भाजपा नेता डाॅ. किरोडी लाल मीना पहुंचे और उनके कुछ देर बाद ही पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना भी अपने सैकडों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ दंगल में पहुंच गए। पहले संबोधन डाॅ. किरोडी लाल मीना ने दिया। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी को वे ही स्वीकृति दिला सकते हैं। ईआरसीपी के लिए कार्य कर रहे तमाम किसान नेताओं को उनके नेतृत्व में दिल्ली चलना होगा। इससे पहले उन्होंने ईआरसीपी पर कार्य कर रहे किसान नेताओं को बरसाती मेंढक बताया और कहा कि चुनाव के लिए ईआरसीपी को माध्यम बनाया जा रहा है।
भाजपा नेता डाॅ. किरोडी लाल के तत्काल बाद किसान नेता रामनिवास मीना ने अपने संबोधन में डाॅ. मीना को अपना बडा भाई बताते हुए कहा कि वे ईआरसीपी पर कार्य कर रहे किसान नेताओं को बरसाती मेंढक कहकर अपमानित नहीं करें। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी इसी कुश्ती दंगल में ऐसी ही भाषा का उपयोग किया गया, जो किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। किसान नेता रामनिवास मीना ने ईआरसीपी के लिए पिछले दो साल से लडी जा रही लडाई और जागरूकता कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि ईआरसीपी को केन्द्र सरकार ही राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर सकती है। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं है। इसके लिए वे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह से भी दिल्ली जाकर मिले हैं। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे केन्द्र सरकार से राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाकर पूर्वी राजस्थान को नया जीवन देने का कार्य करना चाहिए। रामनिवास मीना ने यह भी कहा कि इसमें कोई श्रेय लेने की होड नही है। किसान नेता रामनिवास मीना ने कहा कि डाॅ. किरोडी लाल मीना जब पहली बार जिला प्रमुख बने थे, तब से वे उनके साथ में है। ऐसे कैसे बोला जा रहा है कि ईआरसीपी पर रामनिवास मीना डॉ. किरोड़ी के साथ नहीं हैं। रामनिवास मीना ने यह भी कहा कि पूर्वी राजस्थान के लोगों के हित में ही वे अन्ना हजारे को राजस्थान में लेकर आए और केन्द्र सरकार तक प्रभावी रूप से ईआरसीपी की बात पहुंचाई। ईआरसीपी को लेकर ही किसान विकास समिति के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष संगीता गुर्जर ने भी अपना संबोधन दिया।
बाद में दोनों नेताओं ने मिलाए हाथ और मिलकर मुस्कराए

संबोधन के बाद जब किसान नेता रामनिवास मीना कुश्ती दंगल में आमजन के अभिवादन के लिए पहुंचे तो वहां उनकी भाजपा नेता डाॅ. किरोडी लाल मीना से आमने-सामने मुलाकात हुई। डाॅ. किरोडी लाल ने कुर्सी से खडे होकर रामनिवास मीना से हाथ मिलाया और मुस्कराते हुए कुछ देर बात भी की। बाद में दोनों नेता मुस्कराते हुए दंगल के लाखों दर्शकों के बीच में आए और दोनों ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया।