



राजस्थान शिक्षक संघ( सियाराम )के प्रदेश महामंत्री रामदयाल मीना ने मुख्यमंत्री ,और शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र ।
प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र शर्मा ने बताया की
राजस्थान में लम्बे समय चल रहे अधिशेष अध्यापक रह गये समायोजन , पदस्थापन के इंतजार में ओर उन्हीं स्थानों पर दे दी नयो को नियुक्ति ।
राज्य में हजारों की संख्या में तृतीय श्रेणी शिक्षक अधिशेष है,
पिछले दो तीन सालों में उच्च प्राथमिक से उच्च माध्यमिक हुए विधालय के शिक्षकों का अभी तक उसी या अन्य विधालयो मे समायोजन नहीं हुआ है ,
प्रदेश प्रवक्ता मुकेश कुमार हाटवाल ने बताया की
यही स्थिति राजकीय विद्यालयों से परिवर्तित महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालयों की है ,
सरकार इनको उसी व अन्य विधालयो मे समायोजन , पदस्थापन न करवाकर नवचयनित तृतीय श्रेणी शिक्षक को नियुक्ति दे दी है ,
ऐसे में आने वाले समय में एक पद पर एक ही विधालय में दो -दो शिक्षक कार्यरत नजर आएंगे इससे सरकारी खजाने का अपव्यय व अधिशेष अध्यापकों की वेतन भुगतान प्रक्रिया बाधित होगी ।
सरकार ने चुनावी लाभ के लिए शिक्षा व शिक्षकों को बुरी स्थिति में डाल दिया है जिसमें पुर्ण संभावना है इन शिक्षकों को अपने कार्यरत ब्लाक में स्थान न मिलकर दुर के अन्यत्र ब्लाक में स्थान मिले । वेतन की व्यवस्था जो अन्यत्र से है वो भी प्रभावित होगी ।
राजस्थान शिक्षक संगठन (सियाराम) ने इस विषय में शिक्षा मंत्री को कई बार अवगत कराया था व अधिशेष अध्यापकों के पहले पदस्थापन करने की मांग की थी ।
नवीन शर्मा मुख्यमहामंत्री ने बताया की सरकार ने चुनावी साल को देखते हुए जल्दबाजी में अनियमितता की असंमजस की स्थिति को जन्म दिया है
,शिक्षा मंत्री और सचिव नवीन जैन ले बैठेगे सरकार को ऐसे ही आदेश निकालते रहे